International Journal For Multidisciplinary Research

E-ISSN: 2582-2160     Impact Factor: 9.24

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स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर का प्रारम्भिक दौर तथा उनकी गाई अविस्मर्णीय रचना का विश्लेषण

Author(s) Gaurav Jain
Country India
Abstract हिंदी फ़िल्म संगीत के लगभग 93 वर्ष के इतिहास में अनेक महान हस्तियों के योगदान पर बात की जा सकती है ,लेकिन यदि कोई एक नाम लिया जाए, जिसने भारतीय जनमानस के हृद्यपटल पर सदा के लिए अपनी अमिट छाप छोड़ी है ,तो वो नाम यक़ीनन भारत रत्न 'स्वर सम्राज्ञी' लता मंगेशकर ही होगा। अनेक महान कलाकारों की भांति लता जी को अपने प्राम्भिक दौर में बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा,बहुत कुछ सुनना पड़ा लेकिन जुझारू और दृढ़निश्चयी लता जी ने अपनी अकाट्य प्रतिभा और इच्छाशक्ति के बूते हिंदी फ़िल्म संगीत में न केवल अपनी विशिष्ट पहचान बनाई अपितु
इस पर लगभग आधी सदी तक एक छत्र राज किया।
Keywords संगीतकार ,आवाज़ ,स्टूडियो ,ग्रामोफ़ोन ,ऑर्केस्ट्रेशन
Field Arts > Movies / Music / TV
Published In Volume 6, Issue 1, January-February 2024
Published On 2024-02-28
Cite This स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर का प्रारम्भिक दौर तथा उनकी गाई अविस्मर्णीय रचना का विश्लेषण - Gaurav Jain - IJFMR Volume 6, Issue 1, January-February 2024. DOI 10.36948/ijfmr.2024.v06i01.16693
DOI https://doi.org/10.36948/ijfmr.2024.v06i01.16693
Short DOI https://doi.org/

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