International Journal For Multidisciplinary Research

E-ISSN: 2582-2160     Impact Factor: 9.24

A Widely Indexed Open Access Peer Reviewed Multidisciplinary Bi-monthly Scholarly International Journal

Call for Paper Volume 7, Issue 2 (March-April 2025) Submit your research before last 3 days of April to publish your research paper in the issue of March-April.

ग्राम पंचायत के संबंध में महात्मा गॉधी का विचारः एक अध्ययन

Author(s) कार्तिक कुमार
Country India
Abstract महात्मा गॉधी की ग्राम स्वराज की अवधारणा पुरातन काल के ग्राम व्यवस्था पर आधारित थी। पुरातन काल में ग्राम स्वावलम्बी होते थे तथा ग्राम व्यवस्था व आपसी विवादों का निपटारा पंचायतें ही करती थीं। यद्यपि महात्मा गॉधी की ग्राम स्वराज तथा ग्राम गणराज्य की अवधारणा पुरातन काल के गॉवों से प्रेरित थी किन्तु उनके आधुनिक आदर्श ग्राम की संकल्पना तथा ग्रामों की आदर्श आर्थिक व सामाजिक व्यवस्था के विचार और सिद्धान्त स्वयं उनके थे जो अमल में लाए जाने वाले योग्य व्यवहारिक थे। गॉधीजी ने जमींदारी व्यवस्था, छुआछूत, अशिक्षा के कारण गॉवों की दुर्दशा देखी थी। इसलिए गॉधीजी ग्रामों का विकास ग्राम स्वराज के माध्यम से चाहते थे। वे चाहते थे कि ग्राम स्वावलम्बी बने तथा ग्राम का हर परिवार भी स्वावलम्बी हो। ग्राम स्वराज के कार्यक्रमों में चरखा व करघा, ग्रामोद्योग एवं कुटीर उद्योग, सहकारी खेती, ग्राम पंचायत एवं सहकारी संस्थाएं, राजनीति एवं आर्थिक सत्ता का विकेन्द्रीकरण, छुआछूत निवारण, मद्यनिषेध, बुनियादी शिक्षा आदि प्रमुख थे।
Published In Volume 6, Issue 4, July-August 2024
Published On 2024-07-25
DOI https://doi.org/10.36948/ijfmr.2024.v06i04.24828
Short DOI https://doi.org/gt5hnf

Share this