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E-ISSN: 2582-2160     Impact Factor: 9.24

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वागड़ अंचल के जनजातीय समाज में प्रचलित सामाजिक परंपराओं का अध्ययन

Author(s) GANESH LAL NINAMA, YOGITA NINAMA
Country India
Abstract सार
भारतीय समाज सामाजिक परंपराओं का सुंदर उदाहरण है। सामाजिक व्यवस्था मनुष्य में साथ में रहने के लिए प्रेम व भाईचारा बढ़ाती है। सामाजिक परिप्रेक्ष्य की दृष्टि से वागड़ अंचल जनजाति बहुल है जिसमें भील, मीणा, डामोर एवं गरासिया आदि जातियां पाई जाती है। यदि हम आदिवासी समाज की सामाजिक परंपराओं को देखते है तो हमें पता चलता है कि यह समाज भले ही आर्थिक व शैक्षिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ हो परंतु इस समाज में रची बसी सामाजिक परंपराएं उसे श्रेष्ठ बनाती है। नातरा, नोतरा, हलमा, पामणा, वार, हाट व खेती-बाड़ी जैसी सामाजिक परंपराएं उन्हें प्राकृतिक वातावरण में जीवन-यापन करने के लिए मजबूत बनाती है। जनजातियों का विषमता पूर्ण जीवन आपस में मेल-जोल से उल्लासमय व मनोरंजक बन जाता है। आदिवासी समाज की इन्हीं परंपराओं को लोक जीवन में रस धारा बरसाते हुए अभिव्यक्त होते देखा जा सकता है।
Keywords नातरा, नोतरा, हलमा, पामणा, वार, हाट व खेती-बाड़ी
Field Sociology
Published In Volume 6, Issue 5, September-October 2024
Published On 2024-10-07
Cite This वागड़ अंचल के जनजातीय समाज में प्रचलित सामाजिक परंपराओं का अध्ययन - GANESH LAL NINAMA, YOGITA NINAMA - IJFMR Volume 6, Issue 5, September-October 2024. DOI 10.36948/ijfmr.2024.v06i05.28321
DOI https://doi.org/10.36948/ijfmr.2024.v06i05.28321
Short DOI https://doi.org/g795d2

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