International Journal For Multidisciplinary Research

E-ISSN: 2582-2160     Impact Factor: 9.24

A Widely Indexed Open Access Peer Reviewed Multidisciplinary Bi-monthly Scholarly International Journal

Call for Paper Volume 7, Issue 1 (January-February 2025) Submit your research before last 3 days of February to publish your research paper in the issue of January-February.

सार्वजनिक सेवा में सुधार: नागरिक चाटर्र की भूमिका

Author(s) Amit Kumar, Prof. Meenakshi Sharma
Country India
Abstract सार्वजनिक सेवा सरकारी संस्थानों द्वारा नागरिकों को दी जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच को निर्धारित करती है। नागरिक चार्टर एक ऐसा साधन है जो सार्वजनिक सेवाओं में पारर्दिषता, जवाबदेही और नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। वर्तमान समय में एक दक्षतापूर्ण और उत्तरदायी सार्वजनिक सेवाएँ देना सरकार का प्राथमिक दायित्व के रूप में वर्णन किया जाता है। यह निर्धारित करता है राज्य और नागरिकों (जी2सी) के मुद्दे होने वाली अंतःक्रिया को नागरिक हितकारी बनाया जा सके । नया सार्वजनिक प्रबंधन (एनपीएम) भी एक सुधार दृष्टिकोण है जो सार्वजनिक प्रशासन में नागरिक केंद्रित बनाने के लिए निजी क्षेत्र के सिद्धांतों को लागू करता है, दक्षता, प्रदशर्न, विकेंद्रीकरण, प्रतिस्पर्धा और ग्राहक सेवा पर जोर देता है। यह शोध पत्र नागरिक चाटर्र और सार्वजनिक सेवाओं के संबंध को समझाने के साथ-साथ इस बात पर भी चर्चा करता है कि कैसे नागरिक चार्टर सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार और प्रशासन में पारदर्षिता को बढ़ावा दे सकता है।
Keywords सार्वजनिक सेवा, नागरिक चाटर्र, जवाबदेही, पारदर्षिता, प्रशासनिक सुधार, पारदर्शी, समयबद्धता
Field Sociology > Politics
Published In Volume 7, Issue 1, January-February 2025
Published On 2025-01-16
Cite This सार्वजनिक सेवा में सुधार: नागरिक चाटर्र की भूमिका - Amit Kumar, Prof. Meenakshi Sharma - IJFMR Volume 7, Issue 1, January-February 2025. DOI 10.36948/ijfmr.2025.v07i01.35150
DOI https://doi.org/10.36948/ijfmr.2025.v07i01.35150
Short DOI https://doi.org/g82grt

Share this