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E-ISSN: 2582-2160     Impact Factor: 9.24

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उत्तराखण्ड के पर्वतीय जनपद चम्पावत में सिडकुल की स्थापना की आवश्यकता का अध्ययन

Author(s) सोनिया विलासराय, डॉ. किरन कुमार पन्त
Country India
Abstract सारांशः किसी देश या राज्य की अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण में, वहाँ स्थापित उद्योगों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। भारतवर्ष का नव निर्मित राज्य उत्तराखण्ड प्राकृतिक व मानवीय सम्पदा से धनी है और इसी कारण यहाँ औद्योगीकरण की अपार सम्भावनाऐं हैं परन्तु राज्य के पर्वतीय जनपदों की दुर्गम बनावट के कारण यह क्षेत्र औद्योगिक पिछड़ेपन की समस्या से ग्रसित है। राज्य के कुमाऊँ मण्डल में स्थित चम्पावत जनपद भी इसी औद्योगिक पिछड़ेपन की समस्या से ग्रसित है एवं यहाँ निवासरत लोग बेरोजगारी एवं पलायन की परेशानी से जूझ रहे हैं। जनपदवासी राज्य सरकार से अपने जनपद में औद्योगिक विकास हेतु अनेक वर्षों से गुहार लगा रहे हैं परन्तु जनपद में अभी तक औद्योगीकरण सम्भव नहीं हो पाया है। राज्य सरकार द्वारा अधिकृत औद्योगिक संस्थान सिडकुल के माध्यम से भी पर्वतीय जनपदों को औद्यागीकरण का कोई विशेष लाभ नहीं प्राप्त हो पाया है। पर्वतीय जनपद चम्पावत में विद्यमान औद्योगिक पिछड़ेपन की समस्या को विस्तृत रूप से जानने व समझने के उद्देश्य से प्रस्तुत शोध पत्र में जनपद चम्पावत में सिडकुल की स्थापना की आवश्यकता का अध्ययन किया गया है तथा प्राप्त निष्कर्षों के आधार पर सुझाव प्रस्तुत किये गए हैं।
Keywords उत्तराखण्ड, कुमाऊँ, चम्पावत, पलायन, सिडकुल, पर्वतीय जनपद, पर्यटन, उद्योग, औद्योगिक विकास, औद्योगीकरण।
Field Mathematics > Economy / Commerce
Published In Volume 5, Issue 5, September-October 2023
Published On 2023-09-28
Cite This उत्तराखण्ड के पर्वतीय जनपद चम्पावत में सिडकुल की स्थापना की आवश्यकता का अध्ययन - सोनिया विलासराय, डॉ. किरन कुमार पन्त - IJFMR Volume 5, Issue 5, September-October 2023. DOI 10.36948/ijfmr.2023.v05i05.6995
DOI https://doi.org/10.36948/ijfmr.2023.v05i05.6995
Short DOI https://doi.org/gstc82

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