International Journal For Multidisciplinary Research

E-ISSN: 2582-2160     Impact Factor: 9.24

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Call for Paper Volume 6 Issue 6 November-December 2024 Submit your research before last 3 days of December to publish your research paper in the issue of November-December.

Different Patterns Of Rajasthani Block Printing

Author(s) Anita Nagar
Country India
Abstract प्रकृति का विहंगम दृश्य मनुष्य को रोमांचित करता है। वस्त्रों के रंगों एवं अलंकरणों की दृष्टि से रेगिस्तानी इलाका शेष प्रदेश से तनिक भिन्न रहा है। यहाँ गहरे, चमकीले रंग और बड़े-बड़े बूटे देखते ही बनते हैं। इसी कारण रेगिस्तान का नीरस वातावरण भी खिल उठता है। यहाँ की भाँतों में फूल-पत्ती, बेल-बूटे, पशु-पक्षी, पेड़-पौधे, मनुष्याकृति आदि सभी का सफल अंकन हुआ है। राजस्थान के छीपे और रंगरेजों ने प्रकृति प्रेम को पेड़ पौधों व फूलों से रंग तैयार कर वस्त्रों पर विभिन्न भांतों में उकेरा है। यहाँ सर्वाधिक विविधता लाल रंग में मिली है जैसे -
मारू थारे देश में उपजे तीन रतन।
इक ढोला, दूजी मरवण तीजो कसूमल रंग।
राजस्थानी वस्त्रों की छपाई विभिन्न प्रकार की भाँत, रंग तथा उत्कृष्ट तकनीक सुस्पष्ट दिखाई देती है।
Keywords छपाई (छाप), भाँत (ठप्पा), खड्ढी, बूटा, दाबू, सुरजमुखी, केला, पतासा, मोरड़ी।
Field Arts > Drawing
Published In Volume 5, Issue 5, September-October 2023
Published On 2023-10-16
Cite This Different Patterns Of Rajasthani Block Printing - Anita Nagar - IJFMR Volume 5, Issue 5, September-October 2023. DOI 10.36948/ijfmr.2023.v05i05.7563
DOI https://doi.org/10.36948/ijfmr.2023.v05i05.7563
Short DOI https://doi.org/gsv59w

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