International Journal For Multidisciplinary Research

E-ISSN: 2582-2160     Impact Factor: 9.24

A Widely Indexed Open Access Peer Reviewed Multidisciplinary Bi-monthly Scholarly International Journal

Call for Paper Volume 6 Issue 4 July-August 2024 Submit your research before last 3 days of August to publish your research paper in the issue of July-August.

प्रेमचंद के साहित्य में दलितों की समस्याएं

Author(s) कुमारी ममता सिंह, र्डॉ. ममता रानी
Country India
Abstract प्रेमचंद का साहित्य भारत के आम आदमी के जीवन को चित्रित करता है | उनकी कहानियां और उपन्यास का समाज भारतीय जन के नीचले तबके का समाज है | जिसमें दलित, गरीबों, गरीब किसानों और मजदूरों के जीवन के अनेक रंग और रुप विद्धमान है | प्रेमचंद का जीवन काफी संधर्षमय परिस्थितियों से गुजरा जिसका असर उनके साहित्यिक रचनाओं में भी दिखता है | उनकी अधिकांश कहानियों में दलित की समस्याओं को ग्रामीण जनता की आम समस्याओं का एक अंग बनाकर ही चित्रित किया गया है | प्रेमचंद ने अपनी कहानियों का मेन मुद्दा वहां के शोषित- पीडित जन के आर्थिक शोषण और सामाजिक उत्पीड़न को बनाया है |
Keywords हिंदी साहित्य ,प्रेमचंद, प्रेमचंद की रचनाएं, दलित समस्याएं
Field Arts
Published In Volume 5, Issue 6, November-December 2023
Published On 2023-12-25
Cite This प्रेमचंद के साहित्य में दलितों की समस्याएं - कुमारी ममता सिंह, र्डॉ. ममता रानी - IJFMR Volume 5, Issue 6, November-December 2023. DOI 10.36948/ijfmr.2023.v05i06.10834
DOI https://doi.org/10.36948/ijfmr.2023.v05i06.10834
Short DOI https://doi.org/gs98ss

Share this