International Journal For Multidisciplinary Research

E-ISSN: 2582-2160     Impact Factor: 9.24

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Call for Paper Volume 6 Issue 6 November-December 2024 Submit your research before last 3 days of December to publish your research paper in the issue of November-December.

गज़ल में वर्तमान गज़लकारों का योगदान

Author(s) प्रेमलता उपाध्याय, अनीता नायक
Country India
Abstract चंद्रसेन विराट के अनुसार, "मेरी नजर में ग़ज़ल एक ऐसी शब्द काव्य रचना है जिसमें कवि को हर शेर में विभिन्नता से प्रतिपादित करने की छूट है, तथापि संपूर्ण काव्य रचना में एक विशिष्ट छंद विधान का अनुशासन पाले थे, एवं एक सांस्कृतिक भाव मई संप्रेषण युक्त रचित भाव व्यंजना अनुस्यूत है।"

आज काव्य कला के माध्यम से अभिव्यक्ति हेतु कई विधाओं पर विशेष बल दिया जा रहा है, जैसे छंद मुक्त कविता, गीत ,नवगीत, हाइकु, सेदोका, वर्ण पिरामिड, शब्द पिरामिड, ग़ज़ल आदि। मन के भावों को अभिव्यक्त करने हेतु ग़ज़ल एक सशक्त माध्यम बनकर सामने आई है।
Keywords गज़ल
Field Sociology > Linguistic / Literature
Published In Volume 4, Issue 6, November-December 2022
Published On 2022-12-19
Cite This गज़ल में वर्तमान गज़लकारों का योगदान - प्रेमलता उपाध्याय, अनीता नायक - IJFMR Volume 4, Issue 6, November-December 2022. DOI 10.36948/ijfmr.2022.v04i06.1102
DOI https://doi.org/10.36948/ijfmr.2022.v04i06.1102
Short DOI https://doi.org/grh2w8

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